जैन धर्म तीर्थंकर, महावीर के पांच अणुव्रत, त्रिरत्न, महासभा, जैन धर्म के संस्थाक है
Jain Dharm जैन धर्म Jain Dharm: जैन शब्द संस्कृत के ‘जिन’ शब्द से बना है जिसका अर्थ विजेता है। जैन संस्थापाकों को ‘तीर्थकर’ जबकि जैन महात्माओं को ‘निर्ग्रथ’ कहा गया […]