River linking project in MP मध्य प्रदेश की संयुक्त परियोजना
मध्य प्रदेश- उत्तर प्रदेश
- उर्मिला परियोजना(उर्मिला नदी)
- रानी लक्ष्मीबाई परियोजना राजघाट परियोजना या माताटला परियोजना (बेतवा नदी)
- केन परियोजना ( केन नदी)सिंहपुर बैराज ग्रेटर गंगऊ बांध (केन नदी)
महाराष्ट्र – मध्य प्रदेश
- अपर बेंनगंगा परियोजना (संजय सरोवर योजना, बैनगंगा नदी)
- पेंच परियोजना (पेंच नदी)
- बावन घड़ी या राजीव गांधी परियोजना (बावनघड़ी नदी)
- बाध परियोजना (बाध नदी)
- कार्लो सरार (बाघ की पूरक परियोजना)
मध्य प्रदेश – राजस्थान
- चम्बल नदी घाटी परियोजना (गांधी सागर, राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर, कोट बैराज व उसकी नहरें )
- माही परियोजना(माही नदी)
मध्य प्रदेश – उत्तर प्रदेश – बिहार
- बाण सागर (सोन नदी)
मध्य प्रदेश की अन्य परियोजनाएं
चल्दु और भानपुर (मन्दसौर)भांडेर (दतिया,ग्वालियर,भिण्ड)तिघरा बांध, हरसी बांध, काकेटो, मेहसारी बांध (ग्वालियर), बाघ और अपर बैनगंगा(बालाघाट), थांवर, सुक्ता और अपर ताप्ती (खण्डवा)
- नर्मदा घाटी परियोजना :– नर्मदा एक अंतर्राज्यी नदी है। जो मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात होते हुए अरबसागर में जाती है। जिस कारण नर्मदा नदी के जल के उपयोग को लेकर विवाद बना हुआ है।
- चम्बल घाटी परियोजना :– यह म.प्र. की पहली परियोजना है। यह परियोजना चम्बल नदी पर स्थित है। यह परियोजना म.प्र. और राजस्थान की सम्मिलित बहुउद्देशीय परियोजना है। जहाँ वर्षा का औसत कम है, इसका मुख्य सिंचाई सुबिधा उपलब्ध करना है, इस बहुउद्देशीय योजना(1953-54) के तीन चरण है।
- पुनासा परियोजना punasa pariyojna :- यह मध्य प्रदेश के खण्डवा जिले में स्थित है। इससे 35,008 हेक्टेयर भूमि सिंचित की जाएगी। इसके अंतर्गत बिजली उत्पादन हंडिया, बोरास एवं होशंगाबाद, में 60 मेगावाट जल विघुत परियोजना है।
हंडिया से 51 मेगावाट, बोरास में 55 मेगावाट, होशंगाबाद में 60 मेगावाट जल विधुत का उत्पादन परियोजनाओं का परीक्षण किया जा रहा है।
- जोबट परियोजना jobat pariyojna :- इस परियोजना को शहीद चन्द्रशेखर आजाद सागर परियोजना के नाम से भी जाना जाता है।
- महेश्वर परियोजना Mahesware pariyojna :- धार जिले महेश्वर में नर्मदा नदी पर निर्माणाधीन है। यह सरदार सरोवर पूरक परियोजना है। इस परियोजना से 400 मेगावाट बिजली प्राप्त होती है।
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